5 ESSENTIAL ELEMENTS FOR NAVRATRI SHAYARI IN HINDI

5 Essential Elements For Navratri Shayari In Hindi

5 Essential Elements For Navratri Shayari In Hindi

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श्रद्धा भाव कभी कम ना करना, दुःख में हँसना गम ना करना, घट-घट की माँ जाननहारी, हर लेंगी सारी पीड़ा तुम्हारी.

कि सभी का जीवन सुखमय और समृद्धि से भरा हो शुभ नवरात्रि!

काली तू महाकाली तू, दुर्गा तू नवदुर्गा,

माँ दुर्गे, माँ अंबे, माँ जगदांबे, माँ भवानी,

माँ के आशीर्वाद से हो सभी का मन पूरी तरह साफ।

नवरात्रि के इस पावन पर्व पर माँ दुर्गा आपके जीवन में !!

नवरात्रि के इस खास मौके पर मां दुर्गा से हर !!

नवरात्र के दूसरे दिन देवी ब्रम्ह्चारिणी की पूजा होती है। ब्रम्ह्चारिणी देवी को समस्त विद्याओं का ज्ञाता माना गया है। देवी ब्रम्ह्चारिणी भवानी माँ दुर्गा का दूसरा स्वरुप है। ब्रम्ह्चारिणी ब्रह्माण्ड की रचना करने वाली। ब्रह्माण्ड को जन्म देने के कारण ही देवी के दूसरे स्वरुप का नाम ब्रम्ह्चारिणी पड़ा। देवी के ब्रम्ह्चारिणी रूप में ब्रम्हा जी की शक्ति समाई हुई है। माना जाता है कि ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के समय ब्रम्हा जी ने मनुष्यों को जन्म दिया। समय बीतता रहा , लेकिन ब्रह्माण्ड का विस्तार नहीं हो सका। ब्रम्हा जी भी आश्चर्य में पड़ गए। देवताओं के सभी प्रयास व्यर्थ होने लगे। सारे देवता निराश हो उठें तब ब्रह्मा जी ने भगवान शंकर से पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है। भोले शंकर बोले कि बिना देवी की शक्ति के संसार का विस्तार संभव नहीं है। सकल संसार के विस्तार हेतु माँ जगदम्बा का आशीर्वाद प्राप्त करना होगा , उन्हें प्रसन्न करना होगा। सभी देवता गण माँ भवानी की शरण में गए तब देवी ने ब्रह्माण्ड का विस्तार किया। उसके बाद से ही नारी शक्ति को माँ का स्थान मिला और गर्भ धारण करके शिशु जन्म कि नीव पड़ी। हर बच्चे में १६ गुण होते हैं और माता पिता के ४२ गुण होते हैं। जिसमें से ३६ गुण माता के माने जातें हैं।

माँ के आगमन का स्वागत करें और उनके प्यार में खो जाएं।

पर याद रहे माँ शब्द ना चढ़े किसी भी गाली में !!

माँ के आगमन से हो सबका दिल खुशियों से भरा हुआ।

और लोग समझते है कि, बंदा बहुत किस्मत वाला हैं

मां दुर्गा की कृपा से आपका जीवन हमेशा !!

आशीर्वाद से आपका जीवन खुशियों से भरा हो !!

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